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हेल्थGen Z के लिए डॉक्टर की सख्त चेतावनी: अगर नहीं छोड़े ये 3 काम, तो फेल हो सकते हैं किडनी के फिल्टर

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Gen Z के लिए डॉक्टर की सख्त चेतावनी: अगर नहीं छोड़े ये 3 काम, तो फेल हो सकते हैं किडनी के फिल्टर

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Peptech Time, Chhatarpur
20 अगस्त 2025, 12:57 pm IST
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किडनी बहुत महत्वपूर्ण अंग है और यह शरीर से फालतू पानी निकालने व इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस करने का काम करता है। लेकिन जेनेरेशन जेड के अंदर इसके खराब होने का खतरा बहुत ज्यादा है। इसके पीछे उनकी 3 सबसे बड़ी गलतियां हैं। जवानी में किडनी खराब होना आजकल किडनी खराब होने के लिए बुढ़ापे का इंतजार नहीं करती है। हमारी लाइफस्टाइल इतनी खराब हो गई है कि ये जवानी में ही काम करना छोड़ सकती है। कई सारे लोगों को 30 की उम्र के बाद से ही किडनी के काम ना करने के लक्षण दिखने लगते हैं। लेकिन अब डॉक्टर ने जेनेरेशन जेड पर मंडरा रहे खतरे के बारे में चेतावनी दी है। Gen Z कौन हैं? जेन जी या जेनेरेशन जेड उन लोगों को कहा जाता है, जिनका जन्म साल 1996 से साल 2010 के बीच हुआ है। ये लोग अपनी पिछली पीढ़ी से विचारों में काफी मॉडर्न, तकनीक प्रेमी माने जाते हैं। हैदराबाद स्थित यशोदा हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट नेफ्रोलॉजिस्ट और ट्रांसप्लांट फिजियन डॉक्टर तरुण कुमार साहा ने इनके लिए किडनी का खतरा अधिक बताया है। किडनी खराब होने का अधिक खतरा डॉक्टर तरुण कुमार साहा ने बताया कि पांच में से एक व्यक्ति किडनी की लंबी बीमारी से जूझ रहा है। जेनरेशन जी खासतौर से जोखिम में है। क्योंकि बिजि लाइफस्टाइल, सोशल मीडिया स्क्रॉलिंग की वजह से डाइट और फिजिकल एक्टिविटी खराब हो रही है। जिससे खून साफ करने वाले किडनी के फिल्टर खराब हो सकते हैं। इन्हें बचने के लिए 3 काम छोड़ने होंगे। जरूरी पानी न पीना Gen Z पानी की जगह स्पोर्ट्स ड्रिंक्स या इलेक्ट्रोलाइट्स ड्रिंक्स पीना पसंद करते हैं। लेकिन इस वजह से सादे पानी की मात्रा कम हो जाती है, जो कि हाइड्रेशन के लिए बेस्ट है। इन ड्रिंक्स में मौजूद अत्यधिक आर्टिफिशियल फ्लेवर, सोडियम, इलेक्ट्रोलाइट्स को निकालने के लिए किडनी को बहुत ज्यादा काम करना पड़ता है। साथ ही ढंग से हाइड्रेशन ना होने पर किडनी को नुकसान पहुंच सकता है। पड़े रहने की आदत इस पीढ़ी के लोग खेलने-कूदने की जगह घर पर पड़े रहते हैं। इस दौरान लैपटॉप, मोबाइल या दूसरे तकनीकी काम करते हैं। ज्यादा देर तक बैठना या बैठकर स्क्रीन देखने से मोटापे और मेटाबॉलिक डिसऑर्डर का खतरा बढ़ता है। इसकी वजह से गुर्दे में पथरी की दिक्कत या किडनी डिजीज हो सकती है। अनहेल्दी चीज खाना जेन जी वाले लोग जंक और फास्ट फूड ज्यादा खाते हैं। इसमें हाई सोडियम, रिफाइंड शुगर, ट्रांस फैट होते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर बढ़ता है। ये प्रोसेस्ड फूड किडनी पर बहुत दबाव डालकर नुकसान पहुंचाते हैं, खासकर पानी कम पीने वालों को इसका खतरा ज्यादा होता है। बचने के लिए जरूरी एहतियात उठाएं। ऐसे बचेगी किडनी पोषक तत्वों को अच्छे से पाने के लिए रोज 2-3 लीटर सादा पानी पीएं। प्रोसेस्ड स्नैक या प्रोटीन पाउडर के लेबल पर नजर रखें। ज्यादा नमक ना लें और दर्द निवारक दवाओं का सेवन कम करें। खाने में फल, हरी पत्तेदार सब्जी, दाल और साबुत अनाज मिलाएं। पेशाब पर रखें नजर अगर बार बार पेशाब आ रहा है, यूरिन में जलन या उसका रंग धुंधला होता है तो यह किडनी की किसी भी बीमारी का लक्षण हो सकता है। इसके लिए आपको रेगुलर यूरिन टेस्ट और ब्लड क्रिएटिनिन लेवल की जांच करवाते रहना चाहिए।

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