logo

ख़ास ख़बर
हरियाणामनीषा हत्याकांड: 9 दिन बाद हुआ अंतिम संस्कार, छोटे भाई ने दी मुखाग्नि

ADVERTISEMENT

मनीषा हत्याकांड: 9 दिन बाद हुआ अंतिम संस्कार, छोटे भाई ने दी मुखाग्नि

Post Media
News Logo
Unknown Author
21 अगस्त 2025, 07:30 am IST
Share on FacebookShare on WhatsAppShare on Twitter/X
Copy Link

Advertisement

भिवानी: हरियाणा के भिवानी जिले के लोहारू कस्बे की प्लेवे स्कूल की टीचर मनीषा की मौत ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। लगातार आठ दिनों तक चले तनाव और विरोध प्रदर्शनों के बाद गुरुवार सुबह गांव ढाणी लक्ष्मण के श्मशान घाट में मनीषा का अंतिम संस्कार किया गया। परिजनों की मांग पर शव का पोस्टमार्टम दिल्ली एम्स में कराया गया था। गुरुवार सुबह करीब आठ बजे, छोटे भाई नितेश ने अपनी बहन को मुखाग्नि दी। मनीषा का शव सीधे सिविल अस्पताल से गांव लाया गया। अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए और पूरा इलाका जनसैलाब में बदल गया। स्थिति को संभालने और किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस बल और रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की गई थी। शव यात्रा के मार्ग को सुगम बनाने के लिए JCB मशीनों का भी सहारा लिया गया। कब लापता हुई मनीषा 11 अगस्त को मनीषा अपने घर से स्कूल जाने के लिए निकली थी। पिता को उसने बताया था कि स्कूल के बाद वह पास के नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश के लिए भी जाएगी। लेकिन उसी दिन से वह लापता हो गई। चिंतित पिता जब थाने पहुंचे तो पुलिस ने गंभीरता से मामला लेने के बजाय टालमटोल किया और यहां तक कह दिया कि बेटी भाग गई होगी, शादी करके लौट आएगी। परिवार को यह जवाब बेहद चुभा और 24 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। केवल खानापूर्ति के लिए केस दर्ज किया गया। 13 अगस्त को मिला शव 13 अगस्त को मनीषा का शव सिंघानी गांव के पास एक नहर के किनारे बाजरे के खेत में मिला। शुरुआती पोस्टमार्टम भिवानी अस्पताल में हुआ, जिसमें गला रेतकर हत्या की आशंका जताई गई और गले पर 29 एमएम लंबा घाव पाया गया। परिवार ने इस रिपोर्ट के बाद शव लेने से मना कर दिया और न्याय की मांग को लेकर धरने पर बैठ गया। मामले ने पकड़ा तूल लगातार विरोध के बीच मामला राजनीतिक रंग लेने लगा। बढ़ते दबाव के बाद राज्य सरकार ने भिवानी एसपी को हटाया और लोहारू थाने के पांच पुलिसकर्मियों को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया। हालांकि, 18 अगस्त को पुलिस ने नया दावा किया कि मनीषा ने कीटनाशक खाकर आत्महत्या की है और एक सुसाइड नोट मिलने की भी बात कही। इसके बाद पीजीआई रोहतक में दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें मेडिकल बोर्ड ने पेट में कीटनाशक मिलने की पुष्टि की और बलात्कार की संभावना से इंकार किया। लेकिन परिवार और ग्रामीणों ने पुलिस की इस थ्योरी को पूरी तरह खारिज कर दिया। उनका कहना है कि यह स्पष्ट रूप से हत्या का मामला है। लोगों की मांग थी कि जांच सीबीआई से कराई जाए और पोस्टमार्टम एम्स दिल्ली में हो। लगातार नौ दिनों तक चले बवाल और ग्रामीणों के आंदोलन के बाद सरकार ने परिवार की दोनों मांगें मान लीं। दिल्ली एम्स में पोस्टमार्टम के बाद शव को गांव लाया गया और पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

Today In JP Cinema, Chhatarpur (M.P.)