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पंबन ब्रिज में तकनीकी खराबी, रामेश्वरम की ट्रेन सेवाएं घंटों तक रुकी रहीं
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चेन्नई: नवनिर्मित पंबन रेलवे ब्रिज में तकनीकी खराबी के कारण मंगलवार को रामेश्वरम से ट्रेन सेवा कई घंटों तक बाधित रही. रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिज का वर्टिकल लिफ्ट स्पैन बीच में फंस गया था, जिसके कारण रामेश्वरम से रवाना होने वाली चार ट्रेनें घंटों तक रुकी रहीं, इनमें दो एक्सप्रेस ट्रेनें थीं. इसके चलते कई यात्री बीच यात्रा में ही फंस गए. अधिकारियों ने बताया कि तकनीकी खराबी का पता चलने के बाद रामेश्वरम से शाम 4 बजे रवाना हुई तांबरम जाने वाली ट्रेन को पंबन रेलवे पुल से पहले रोक दिया गया क्योंकि अधिकारी पुल के ट्रैक स्तर तक वर्टिकल स्पैन को नीचे नहीं ला पाए. रामेश्वरम और मंडपम के बीच यात्री ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द कर दी गईं. बाद में पंबन वर्टिकल सस्पेंशन ब्रिज को नीचे उतारा गया और काफी मशक्कत के बाद, 654 टन वजनी लिफ्ट स्पैन को पटरी पर रखा गया. फिर पुल के ऊपर एक लाइट इंजन चलाकर परीक्षण किया गया. शाम करीब 7 बजे परीक्षण सफल होने के बाद, रेल सेवाएं फिर से शुरू कर दी गईं. नया पंबन ब्रिज तमिलनाडु के रामेश्वरम को पूरे भारत से जोड़ता है. यह भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे समुद्री पुल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 अप्रैल को इस पुल का उद्घाटन किया था. इसका गहरा सांस्कृतिक महत्व है. रामायण के अनुसार, राम सेतु का निर्माण रामेश्वरम के निकट धनुषकोडी से शुरू हुआ था. रामेश्वरम को मुख्य भूमि से जोड़ने वाला यह पुल भारतीय इंजीनियरिंग की बड़ी उपलब्धि है. इसे 550 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है. इसकी लंबाई 2.08 किलोमीटर है, इसमें 99 स्पैन और 72.5 मीटर का वर्टिकल लिफ्ट स्पैन है जो 17 मीटर की ऊंचाई तक उठता है, जिससे बड़े जहाजों की सुगम आवाजाही के साथ-साथ निर्बाध रेल संचालन भी सुनिश्चित होता है. स्टेनलेस स्टील से निर्मित यह पुल अधिक टिकाऊ है. भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इसे दोहरी रेल पटरियों के लिए डिजाइन किया गया है.
