पुणे ग्रैंड टूर 2026: भारत की पहली यूसीआई 2.2 रेस ने आकर्षित किए चार महाद्वीप, नजर अब पुणे पर

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भारत पहली बार यूनियन साइक्लिस्ते इंटरनेशनेल (यूसीआई) 2.2 श्रेणी की बजाज पुणे ग्रैंड टूर 2026 (कॉन्टिनेंटल टीम्स मेन्स एलीट रोड साइक्लिंग रेस) की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है। यह आयोजन न केवल भारतीय खेल इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ने जा रहा है, बल्कि भारत को वैश्विक साइक्लिंग मानचित्र पर मजबूत उपस्थिति दिलाने की दिशा में भी एक बड़ा कदम साबित होगा। 19 से 23 जनवरी तक होने वाली यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता अंतरराष्ट्रीय साइक्लिंग सीज़न की औपचारिक शुरुआत करेगी।
पहले ही संस्करण में चार महाद्वीपों से 28 अंतरराष्ट्रीय टीमों ने भागीदारी में रुचि दिखाई है, जिनमें यूरोप, एशिया, ओशिनिया और अमेरिका के शीर्ष साइक्लिंग राष्ट्र शामिल हैं। भारत ‘इंडिया ए’ और ‘इंडिया बी’ नाम से दो राष्ट्रीय टीमों को मैदान में उतारेगा, जबकि कुल 4 राष्ट्रीय टीमों और 24 कॉन्टिनेंटल टीमों की उपस्थिति इस आयोजन को विश्वस्तरीय बनाएगी।
इस ऐतिहासिक पहल का श्रेय पुणे जिला प्रशासन को जाता है, जिसे महाराष्ट्र सरकार से निरंतर सहयोग प्राप्त हो रहा है। चार चरणों की यह बहु-दिवसीय रेस कुल 437 किमी की दूरी तय करेगी, जो पुणे की आधुनिक शहरी संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहर और सह्याद्री की प्राकृतिक भव्यता का अनूठा मिश्रण प्रस्तुत करेगी। इस आयोजन का उद्देश्य साइक्लिंग को बढ़ावा देने के साथ-साथ पुणे के पर्यटन, पर्यावरणीय जागरूकता और बुनियादी ढांचे को भी सुदृढ़ करना है।
वैश्विक साइक्लिंग समुदाय में भारत की मजबूत उपस्थिति
पुणे ज़िलाधिकारी एवं पुणे ग्रैंड टूर के प्रभारी अधिकारी जितेंद्र डूडी ने कहा,“पहले वर्ष में ही वैश्विक स्तर से मिले अद्भुत प्रतिसाद ने हमें अत्यधिक गौरवान्वित किया है। यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, बेल्जियम, जर्मनी, नीदरलैंड्स, ऑस्ट्रेलिया, चीन, मलेशिया, इंडोनेशिया और थाईलैंड जैसे अग्रणी साइक्लिंग राष्ट्रों ने न केवल रुचि दिखाई है, बल्कि कई टीमों ने अपनी सहभागिता भी पक्की कर दी है।
यूसीआई भारत में साइक्लिंग विकास को लेकर बेहद उत्साहित है। यह आयोजन पुणे को एक उभरते हुए अंतरराष्ट्रीय साइक्लिंग गंतव्य के रूप में स्थापित करने का बड़ा अवसर है, और हम इसे विश्वस्तरीय मानकों पर आयोजन करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
