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शिक्षाएमवीए का प्रदर्शन सिर्फ दिखावा, यह राजनीतिक अस्तित्व बचाने की कोशिश: मनीषा कायंदे

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एमवीए का प्रदर्शन सिर्फ दिखावा, यह राजनीतिक अस्तित्व बचाने की कोशिश: मनीषा कायंदे

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Unknown Author
1 नवंबर 2025, 01:33 pm IST
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महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) द्वारा चुनाव आयोग के खिलाफ किए जा रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। शिवसेना नेता मनीषा कायंदे ने इस प्रदर्शन को 'सिर्फ दिखावा' करार दिया है और कहा कि यह आंदोलन राजनीतिक अस्तित्व बचाने की कोशिश से अधिक कुछ नहीं है।


कायंदे ने आईएएनएस से विशेष बातचीत में कहा कि पुलिस ने अब तक एमवीए के इस प्रस्तावित प्रदर्शन को लेकर कोई अनुमति नहीं दी है। उन्होंने कहा कि एमवीए के नेताओं के दो प्रमुख मुद्दे हैं, मतदाता सूचियों की सटीकता और ईवीएम की सुरक्षा।


कायंदे ने कहा कि ईवीएम को बार-बार जांचने के लिए हैकर्स को बुलाया जाता है और उनसे कहा जाता है कि वे मशीन को हैक करके दिखाएं, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाते। चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है जो कानून के तहत काम करती है। आज का यह मोर्चा सिर्फ दिखावा है, क्योंकि अब इन सबके लिए यह अस्तित्व की लड़ाई बन चुकी है।


शिवसेना नेता ने कहा कि जिन दलों ने लोकसभा चुनाव के दौरान 'फर्जी नैरेटिव' चलाया था, वही अब हार के डर से चुनाव आयोग को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान जब उनके उम्मीदवार जीते थे तब उन्हें ईवीएम पर कोई शक नहीं था, अब जब जनता ने उनसे मुंह मोड़ लिया है तो वे ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं।


कायंदे ने इस विरोध प्रदर्शन को 'प्रतीकात्मक और भ्रामक' बताते हुए कहा कि यह रैली सिर्फ पार्टी नेताओं के बच्चों के लिए एक मंच बन गई है। जनता को गुमराह करने के अलावा इन पार्टियों के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं बचा है।


कांग्रेस पार्टी की इस रैली में शामिल होने को लेकर उन्होंने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि यह एक मजबूरी का रिश्ता है। कांग्रेस को दिखावा करना पड़ता है ताकि गठबंधन में अपनी मौजूदगी बनाए रख सके।


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर दिए गए बयान पर कायंदे ने कहा कि इतिहास गवाह है कि कांग्रेस ने कभी भी किसी आतंकवादी संगठन पर प्रतिबंध लगाने की मांग नहीं की। अब वह देशहित में काम करने वाली, युवाओं के चरित्र निर्माण करने वाली संस्था पर बैन की मांग कर रही है। यह लश्कर-ए-तैयबा की लाइन से मेल खाती है। इंदिरा गांधी ने भी कभी आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने से इनकार किया था। कांग्रेस हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति करती आई है।


कायंदे ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के बयान की निंदा की। उन्होंने कहा कि यह बयान हमारे वीर जवानों का अपमान है। 'ऑपरेशन सिंदूर' की सराहना पूरी दुनिया ने की है। ऐसा बयान देना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और राष्ट्र के गौरव को ठेस पहुंचाने वाला है।



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